
दिल्ली-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर के लिए मेरठ के भैंसाली स्टेशन पर करीब 17 मीटर की गहराई तक सुरंग खोदने वाली मशीन लगाई जा रही है। स्टेशन पर शाफ्ट बनाकर मशीन को फिट करने की तैयारी की जा रही है। इंजीनियरों के लिए सुरंग में जाने के लिए 80 सीढ़ियां बनाई गई हैं। एक अप्रैल से भैंसाली स्टेशन से मेट्रो प्लाजा की ओर सुरंग खोदने की मशीन चलाई जाएगी।Read Also:-मेरठ : मतगणना स्थलों पर होगा रूट डायवर्जन, हंगामे की आशंका से 200 मीटर पहले रोकी जाएगी भीड़, किसी भी प्रकार का गैजेट, डिवाइस ले जाने पर पाबंदी
वहीं दिल्ली से मेरठ के बीच चलने वाली रैपिड रेल के लिए मेरठ के छह स्टेशनों पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है। इस सुरंग में तीनों भूमिगत स्टेशनों के लिए खुदाई की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। भैंसाली, बेगमपुल और मेरठ सेंट्रल अंडरग्राउंड स्टेशनों की ऊपरी छत का निर्माण कार्य भी जारी है। वहीं, बेगमपुल भूमिगत स्टेशन की छत का निर्माण कार्य मंगलवार को शुरू किया गया। शहर के निवासियों को बेगमपुल स्टेशन पर रैपिड और मेट्रो दोनों सेवाएं मिलेंगी। मेरठ में 13 स्टेशनों का निर्माण होना है।
बताया गया कि भैंसाली में मेट्रो रेल स्टेशन भी बनेगा। यहां स्टेशन की ऊपरी मंजिल का निर्माण किया जा रहा है। इसके बाद कॉनकोर्स लेवल का निर्माण किया जाएगा। दिन-रात तेजी से चल रहे काम को अगले डेढ़ साल में पूरा करना है। इसके लिए शेड्यूल भी तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में भैंसाली से मेरठ सेंट्रल (मेट्रो प्लाजा) तक सुरंग खोदने की मशीन चलाई जाएगी। खास बात यह है कि चल रहे रैपिड ट्रेन Rapid Train कार्य के अंतर्गत लगभग 5:50 किलोमीटर एरिया में सुरंग के माध्यम से रैपिड ट्रेन चलेगी। जिसकी जद में 1750 घर भी होंगे। जिन घरों के नीचे से ट्रेन गुजरेगी, जमीन के अंदर 17 मीटर नीचे सुरंग खोदना जारी रहेगा और ऊपर के घरों को कोई नुकसान नहीं होगा।
क्रेन से जुड़ने वाले मशीन के पुर्जे
सुरंग खोदने वाली मशीन के पुर्जों का वजन करीब 100 टन होता है। इस मशीन के पुर्जों को जोड़ने के लिए भैंसाली स्टेशन पर क्रेन लगाई गई है। वहीं, ट्रेन को आगे-पीछे करने के लिए ट्रैक बनाया गया है। ताकि पुर्जों को उठाकर मशीन को आसानी से चलाया जा सके।
आनंद विहार में बनेगी दो किलोमीटर लंबी सुरंग
आनंद विहार से दिल्ली न्यू अशोक नगर स्टेशन तक रैपिड अंडरग्राउंड कॉरिडोर में सुरंग का काम शुरू हो गया है। वहीं, वैशाली से आनंद विहार तक दो किलोमीटर लंबी सुरंग का निर्माण कार्य जल्द शुरू होने जा रहा है। सुरंग में रैपिड ट्रेनें चलाने के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए जाएंगे। आपातकालीन निकास के लिए हर 250 मीटर पर एक विशेष क्रॉस पास होगा। रैपिड ट्रेन के आने और जाने के लिए दो अलग-अलग टनल बनाई जाएंगी।
22 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा होगा बेगमपुल स्टेशन
करीब 22 मीटर लंबी और 30 मीटर चौड़ी छत के विशाल स्लैब की ढलाई का काम पूरा कर लिया गया है। इस ऊपरी छत के स्लैब की ढलाई के लिए, लगभग दो मीटर मोटाई के सुदृढीकरण पिंजरे (लौह जाल) को स्थापित किया गया है और स्टेशन की डी दीवार के समर्थन से कंक्रीट किया गया है। यह कार्य अप्रैल 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। ऊपरी छत के निर्माण के बाद नीचे की मिट्टी को हटा दिया जाएगा। इसके बाद कॉनकोर्स लेवल बनाया जाएगा और उसके लिए भी छत बनाई जाएगी। समवर्ती स्तर पर यात्रियों के लिए सुरक्षा जांच कियोस्क और टिकट काउंटर के अलावा प्लेटफॉर्म स्तर पर एएफसी (स्वचालित किराया संग्रह) गेट आदि हैं।
निर्माण कार्य की वीडियोग्राफी
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम हर माह निर्माण कार्य की वीडियोग्राफी करवा रहा है। फरवरी माह तक मेरठ में छह स्टेशनों का निर्माण शुरू हो चुका है। इसमें स्टेशन पर किए जा रहे निर्माण के साथ-साथ कॉस्टिंग यार्ड में ट्रैक स्लैब आदि भी बनाए जा रहे हैं. अब तक परतापुर, रिठानी, शताब्दी नगर, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल स्टेशनों का निर्माण शुरू हो चुका है।

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