भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की रिसर्च ने 5 जुलाई को ‘कोविड-19: रेस टू फिनिशिंग लाइन’ नाम से जारी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में अगस्त के मध्य में कोरोनोवायरस महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है और देश में कोविड-19 (COVID-19) के मामले सितंबर में चरम पर पहुंच जाएंगे।
भारत में अगस्त के मध्य में कोरोनोवायरस महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है और देश में कोविड-19 (COVID-19) के मामले सितंबर में चरम पर पहुंच जाएंगे। भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की रिसर्च ने 5 जुलाई को ‘कोविड-19: रेस टू फिनिशिंग लाइन’ नाम से जारी रिपोर्ट में यह कहा गया है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ग्रुप चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर सौम्या कांति घोष ने रिपोर्ट में कहा कि वर्तमान आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई के दूसरे हफ्ते से भारत में कोविड-19 के लगभग 10,000 मामले सामने आ सकते हैं। हालांकि, अगस्त के दूसरे पखवाड़े में संक्रमितों में वृद्धि देखने को मिल सकती है और एक महीने बाद मामले अपने चरम पर होंगे।
एसबीआई का दावा है कि अनुमान हिस्टोरिकल ट्रेंड्स पर आधारित हैं। देश में दूसरी लहर 7 मई को अपने चरम पर थी। एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्चिक डाटा दिखाते हैं कि तीसरी लहर के दौरान औसतन कोविड-19 के मामले दूसरी लहर की तुलना में दोगुने या 1.7 गुना अधिक होंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोविड-19 के खिलाफ बचाव केवल टीकाकरण से भी संभव है। भारत में इस समय प्रतिदिन 40 लाख टीके लगाए जा रहे हैं।
देश में अबतक कुल 35.75 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक 5 जुलाई को देश में 45.82 लाख से ज्यादा टीके लगाए गए हैं। इसके साथ ही देश में अबतक कुल 35.75 करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है। एसबीआई की यह रिपोर्ट कोविड-19 मामलों की मॉडलिंग करने वाले सरकारी पैनल के एक वैज्ञानिक के उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा है कि अगर कोरोना-उपयुक्त व्यवहार का पालन नहीं किया गया तो अक्टूबर-नवंबर के बीच कोरोना वायरस महामारी संक्रमण की संभावित तीसर लहर अपने चरम पर पहुंच सकती है।