आइपीएस अजय कुमार सिंह ने गत 17 जून को बागपत एसपी का चार्ज ग्रहण किया था। दूसरे ही दिन शाहपुर बड़ौली गांव में ही कारोबारी विकास उर्फ नीटू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसके बाद तो अपराध की बाढ़ ही आ गई। 22 जून को छपरौली क्षेत्र के कुरड़ी गांव में हिस्ट्रीशीटर परमवीर तुगाना समेत पांच लोगों पर ताबड़तोड़ फायरिग कर दी गई थी। पांच गोली लगने से घायल परमवीर की 29 जून को गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी।

गत सात जुलाई को रालोद नेता एवं भट्टा कारोबारी चौधरी देशपाल खोखर निवासी बदरखा की गोली मारकर हत्या की गई थी। पुलिस ने राजफाश करते हुए दावा किया कि दिल्ली तिहाड़ जेल में बंद कुख्यात सुनील राठी के इशारों पर दोनों घटनाएं हुई है। पुलिस अभी तक घटनाओं में शामिल राठी के कई गुर्गो को गिरफ्तार नहीं कर पाई। तीन अगस्त को रक्षा बंधन के पर्व पर गाधी गांव में युवक रोहित उर्फ रवित की गोलियों से भूनकर हत्या की गई। गत 11 अगस्त को भगवान श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय खोखर निवासी छपरौली की उस वक्त गोली मारकर हत्या की गई जब वह मॉर्निंग वॉक पर खेत में गए हुए थे। इस घटना के बाद नेताओं का गुस्सा फूट पड़ा था।