
अब देशवासियों के लिए एक ऐसी Unique Digital ID लाने की योजना पर काम किया जा रहा है, जिसमें सभी ID को आपस में जोड़ा जाएगा। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने फेडरेटेड डिजिटल आईडी के नए मॉडल का सुझाव दिया है। इसके तहत नागरिकों की कई डिजिटल आईडी को आपस में जोड़ा और स्टोर किया जा सकता है। यह एक यूनिक डिजिटल आईडी के जरिए संभव होगा। इसमें पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार और पैन को लिंक किया जा सकता है।Read Also:-भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक गोपाल काली, महानगर संयोजक डॉ. संदीप कुमार हुए सपाई:अखिलेश-जयंत के सामने ज्वाइन की समाजवादी पार्टी
द इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, मंत्रालय ने सुझाव दिया है कि यह अम्ब्रेला डिजिटल आईडी नागरिक को इन पहचान पत्रों को नियंत्रित करने और किस उद्देश्य के लिए किस आईडी का उपयोग करना है, यह चुनने का विकल्प देगी। प्रस्ताव के जल्द ही सार्वजनिक होने की उम्मीद है और मंत्रालय 27 फरवरी तक विचार मांगेगा।
प्रस्तावित ढांचे के अनुसार, फ़ेडरेटेड डिजिटल पहचान एक रजिस्ट्री की कुंजी के रूप में भी काम करेगी, जहाँ सभी अलग-अलग राज्य और केंद्र सरकार की आईडी संग्रहीत की जा सकती हैं। नागरिक ई-केवाईसी के माध्यम से प्रमाणीकरण और अन्य तृतीय पक्ष सेवाओं का लाभ उठाने के लिए डिजिटल आईडी का उपयोग कर सकते हैं।
इसके अलावा, एक नागरिक की सभी डिजिटल आईडी को एक दूसरे से जोड़ा जा सकता है, जो मसौदा प्रस्ताव के अनुसार बार-बार सत्यापन प्रक्रिया की आवश्यकता को समाप्त कर देगा। मंत्रालय ने इंडिया एंटरप्राइज आर्किटेक्चर 2.0 के तहत इस प्रस्ताव को आगे बढ़ाया है। इसे पहली बार 2017 में प्रस्तावित और डिजाइन किया गया था।

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