
अपराधियों को अब आसानी से जमानत नहीं मिलेगी. मामले के बचाव के साथ-साथ सजा दिलाने के लिए एडीजी ने गोरखपुर अंचल में ऑपरेशन शिकंजा शुरू कर दिया है। एसएचओ अपने क्षेत्र के गंभीर मामलों और जेल में बंद शातिर बदमाशों की सूची तैयार करेंगे. पुलिस बदमाशों की कुंडली तैयार कर वादी व गवाहों से मुलाकात कर सुरक्षा का आश्वासन देगी।

एडीजी जोन अखिल कुमार ने इस संबंध में अंचल के सभी एसएसपी/एसपी को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ ऐहतियाती कार्रवाई के साथ ही गिरफ्तार कर जेल भेजती है. अधिकांश मामलों में प्रभावी कार्रवाई के अभाव में पेशेवर अपराधी जल्द ही जमानत पर रिहा हो जाते हैं। जिसका कारण पुलिस स्तर से प्रभावी लॉबिंग का न होना है। पूरे जोन में अभियान चलाया जाएगा ताकि कोई भी अपराधी गवाहों को प्रभावित करके अदालत में चल रहे मुकदमे को कमजोर न कर सके. इसे ऑपरेशन शिकंजा नाम दिया गया है।

इस अभियान का उद्देश्य जिले में घटी सनसनीखेज आपराधिक घटना में शामिल बदमाशों के खिलाफ दर्ज मुकदमों में नियमित रूप से कोर्ट में चार्जशीट पेश करना है. भावना मजबूत होगी।

ऐसे चलेगा अभियान
- एसएसपी/एसपी अपने जिले में हुई सनसनीखेज घटनाओं की थानावार सूची तैयार करेंगे.
- अभियोजन अधिकारी से बात करने के बाद सभी मामलों की समीक्षा करें और जोरदार चर्चा करें.
- हर मामले में एडिशनल एसपी, सीओ के अलावा एसएचओ अपना बचाव करेंगे।
- कप्तान हर माह थाने द्वारा तैयार की गई सूची की समीक्षा कर कमियां दूर करेंगे।
- नोडल अधिकारी ई-कोर्ट सेवा एप के जरिए करेंगे अपने मामले की पैरवी
- कप्तान सुनिश्चित करेंगे कि यह अभियान जारी रहे। लापरवाही करने वालों पर करें कार्रवाई
- यदि आवश्यक हो तो वादी और पहचाने गए मुकदमे के गवाह को सुरक्षा प्रदान करें