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उत्तर प्रदेश : इन दो बड़े शहरों में भी लागू होने जा रहा है पुलिस कमिश्नर सिस्टम, इस हफ्ते हो सकता है बदलाव

Police Commissioner System In 2 District of Uttar Pradesh: दिल्ली व इसके आसपास के अन्य राज्यों के सभी प्रमुख शहरों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू है, सिर्फ मेरठ और गाजियाबाद में ही यह प्रणाली लागू नहीं है। मेरठ आबादी के लिहाज से भी बड़ा शहर है और अपराध के मामले में यह संवेदनशील भी है।

Police Commissioner System In 2 District of Uttar Pradesh: उत्तरप्रदेश में चार और शहरों में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू होने वाला है। इस लिस्ट में मेरठ, गाजियाबाद, प्रयागराज और आगरा शामिल है। माना जा रहा है कि इस सप्ताहह में इन शहरों में हर हाल में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू हो जाएगा। फिलहाल प्रदेश के लखनऊ, कानपुर, नोएडा और वाराणसी में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू है।Read Also:-मेरठ : चोरी की बाइक बनी हत्या की वजह, 19 साल के दो दोस्तों ने पैसे के बटवारे के लिए पेचकस से गोद कर मार डाला, 10 दिन बाद यूं खुला राज

दो शहरों में Police Commissioner System लागू हो जाएगी
दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा है कि दस लाख से अधिक आबादी वाले सभी शहरों में पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू किया जाए। इसी को देखते हुए विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस व्यवस्था के लिए इन चार शहरों की समीक्षा करने के निर्देश दिए थे। मौजूदा पुलिस आयुक्त प्रणाली वाले शहरों लखनऊ, नोएडा, वाराणसी व कानपुर से मिल रहे सकारात्मक परिणामों को देखते हुए गाजियाबाद, प्रयागराज, आगरा व मेरठ में यह व्यवस्था लागू करने पर विचार किया जा रहा है। माना जा रहा है कि कम से कम दो शहरों में यह प्रणाली लागू हो जाएगी।

गाजियाबद में पूर्णकालिक एसएसपी की तैनाती रुकी हुई है
हालांकि कमिश्नर प्रणाली को लेकर शासन और पुलिस महकमे में अलग-अलग राय है। शासन जहां इस प्रणाली काे कामयाब मान रहा है वहीं पुलिस महकमे में चर्चा है कि जिस मकसद के साथ कमिश्नर प्रणाली लागू की गई थी वह कामयाब नहीं हो पाई। उधर कमिश्नर प्रणाली के चलते ही गाजियाबाद में भी पूर्णकालिक एसएसपी की तैनाती रुकी हुई है।

दरअसल कुछ समय पहले ही जिले में कानून व्यवस्था कायम कर पाने में नाकामयाब होने पर वहां के एसएसपी पवन कुमार को निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद पहले आईजी और फिर डीआईजी को वहां कार्यवाहक एसएसपी बनाकर भेजा गया है। जबकि पवन कुमार के साथ ही दो जिलों सोनभद्र व औरया के जिलाधिकारी भी निलंबित किए गए थे, लेकिन उन जिलों में चंद घंटों में ही नए जिलाधिकारी की तैनाती कर दी गई थी।

इसलिए अहम हैं मेरठ और गाजियाबाद में Police Commissioner System
माना जा रहा है कि मेरठ और गाजियाबाद में कमिश्नर प्रणाली लागू हो जाएगी। दरअसल दिल्ली व इसके आसपास के अन्य राज्यों के सभी प्रमुख शहरों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू है, सिर्फ मेरठ और गाजियाबाद में ही यह प्रणाली लागू नहीं है। मेरठ आबादी के लिहाज से भी बड़ा शहर है और अपराध के मामले में यह संवेदनशील भी है। इसीलिए यहां पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने की सबसे ज्यादा जरूरत है।

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