
राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए शहरी क्षेत्रों की सार्वजनिक पार्किंग में एक अलग स्थान आरक्षित करने जा रही है। स्थानीय निकाय निदेशालय ने इस संबंध में राज्य भर के निकायों को आदेश भेज दिए हैं. कहा गया है कि महिला सशक्तिकरण के लिए यह व्यवस्था की जानी है। इसके साथ ही मिशन शक्ति के तीसरे चरण में दिसंबर तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए गए हैं.

नगर निकाय प्रवेश द्वार के पास शहरी क्षेत्रों में संचालित पार्किंग स्थलों पर महिलाओं के लिए जगह आरक्षित करेगा। नगर निकाय के पार्कों में बने ओपन जिम के कुछ स्थानों व उपकरणों को चिन्हित कर महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाएगा। महिलाओं को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक कर ओपन जिम का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मिशन शक्ति अभियान के दौरान परिवार की महिलाओं विशेषकर गृहणियों को कचरा प्रबंधन की जानकारी दी जाएगी। उन्हें वेस्ट टू वेल्थ के संकलन के तहत कचरे के स्रोत पृथक्करण के बारे में भी बताया जाएगा और अलग-अलग कचरे यानी सूखे गीले कचरे के घर-घर जाकर संग्रह करने में सहयोग किया जाएगा।

उन्हें यह भी बताया जाएगा कि जैविक कचरे से घरेलू खाद कैसे बनाई जाती है और इसका उपयोग बागवानी में किया जाता है। जैविक कचरे से घरेलू खाद बनाने को प्रोत्साहित किया जाएगा और बागवानी में इस्तेमाल किया जाएगा। महिलाओं को प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने के विकल्प भी सुझाए जाएंगे।
पर्यावरण रक्षक और प्रबंधक के रूप में महिलाओं की महत्वपूर्ण भूमिका के कारण जल प्रबंधन में जल संरक्षण के लिए महिलाओं को प्रेरित किया जाएगा। इस अभियान के दौरान महिलाओं को आत्मनिर्भरता के लिए सिलाई उत्पाद, हस्तशिल्प, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, मछली पालन, खाना पकाने आदि की जानकारी दी जाएगी। महिलाओं को संपत्ति के अधिकार के बारे में भी जानकारी दी जाएगी, महिला चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाएगा, किशोरियों को भी व्यक्तिगत स्वच्छता के बारे में जागरूक किया जाएगा।
