मेरठ मेडिकल कॉलेज मेरठ के प्राचार्य डॉ एसके गर्ग ने कॉलेज की कोविड-19 टास्क फोर्स टीम के मेंबर्स के साथ मेडिकल कॉलेज मेरठ में कोविड-19 रोगियों की संख्या बढ़ने से उत्पन्न परिस्थितियों पर विचार विमर्श किया। लगातार मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है।
पिछले लगभग चार-पांच दिन से यहां पर इलाज के लिए भर्ती होने वाले कोविड-19 पॉजिटिव रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। यहां पर
1 जून को 42
3 जून को 46
4 जून को 44
5 जून को 59
6 जून को 60
7 जून को 74
8 जून को 83 कोविड-19 पॉजिटिव रोगी अस्पताल में भर्ती हैं।
एक और महत्वपूर्ण बात यह देखने को मिल रही है कि अब कोविड-19 रोग के साथ-साथ कोमोरबिडिटीज अर्थात दूसरी अन्य बीमारियों के साथ आने वाले रोगियों की संख्या भी अधिक हो रही है। पहले लगभग एक तिहाई रोगियों को कोमोरबिडिटीज होती थीं। किंतु अब आधे से भी अधिक रोगियों को कोमोरबिडिटीज की शिकायत है।
आज 83 रोगियों में से 50 रोगियों को दूसरी पुरानी बीमारियां अर्थात कोमोरबिडिटीज भी हैं। यह एक महत्वपूर्ण तथ्य है कि कोमोरबिडिटीज के साथ आने वाले रोगियों में रिजल्ट परिणाम उतने अच्छी नहीं निकल पाते हैं जितने के बिना कोमोरबिडिटीज के रोगियों में आते हैं। यह चिकित्सकों के लिए एक बड़ी चुनौती है जिस पर आज काफी चर्चा हुई।
टास्क फोर्स के सभी सदस्य इस बात में एकमत थे कि इस रोग से लड़ने के लिए अभी हमें और अधिक कमर कसकर तैयारी और मुस्तैदी के साथ काम करना होगा। इसी को देखते हुए आज से तीन अतिरिक्त रेजिडेंट्स की एक टीम को कोविड-19 अस्पताल में ड्यूटी पर लगाया गया है। इस टीम में दो विशेषज्ञता प्राप्त सीनियर रेजिडेंट एवं एक जूनियर रेजिडेंट को लगाया गया है|