कोरोना से सबसे ज्यादा मौत मेरठ में हुईं हैं। शासन के आंकड़ों में प्रदेश में मेरठ (77 मौत) से पहले नंबर पर पहुंच गया है। दूसरे नंबर पर आगरा (72 मौत) है।
हालांकि हैरानी की बात यह है कि मेरठ का स्वास्थ्य विभाग कोरोना से मरने वालों की संख्या अभी तक 54 ही बता रहा है। फिलहाल 23 मौत का आंकड़ा नहीं मिल रहा है।
दरअसल, आंकड़ों की बाजीगरी से सवाल उठ रहे हैं कि ये आंकड़ों को छिपाने की कोशिश तो नहीं है। क्योंकि स्टेट कंट्रोल रूम और मेरठ स्वास्थ्य विभाग के कोरोना के मरीजों के आंकड़ों में फर्क है।
बुधवार दोपहर तीन बजे तक शासन के पोर्टल पर कोरोना से मौत का आंकड़ा 77 दिखाई दे रहा था तो आगरा में 72 रहा। मेरठ स्वास्थ्य विभाग 54 मौत दिखा रहा है।
इन आंकड़ों में कानपुर में 27 व गाजियाबाद में 26 मौत हैं। मेरठ सबसे आगे है। यही नहीं, मौत के आंकड़ों के अलावा कोरोना संक्रमित मरीजों के आंकड़ों में भी फर्क है। कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में मेरठ प्रदेश में चौथे नंबर पर है।
पहले नंबर पर गौतमबुद्ध नगर में 1153 मरीज, दूसरे पर आगरा 1093 मरीज और तीसरे पर कानपुर नगर 772 मरीज हैं। मेरठ में स्वास्थ्य विभाग 705 संक्रमित मरीज दिखा रहा है, जबकि शासन ने 753 मरीज दिखाए। यहां भी 48 मरीजों का फर्क है।
Source: अमर उजाला