पूर्व फुटबॉलर सुभाष भौमिक एशियन गेम्स का हिस्सा थे, उन्होंने मरडेका कप में फिलिपींस के खिलाफ हैट्रिक लगायी थी

देश के पूर्व दिग्गज फुटबॉलर और कोच सुभाष भौमिक (Subhash Bhowmick) का शनिवार को कोलकाता के एक अस्पताल में निधन हो गया। 72 साल के भौमिक एशियन गेम्स के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट थे और लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन (AIFF) ने ट्वीट कर महान फुटबॉलर को श्रद्धांजलि दी।
सुभाष भौमिक ने 1970 के एशियन गेम्स में (Asian Games) में देश को कांस्य पदक दिलाया था। इसके अवाला भौमिक ने 1970 से 1985 तक कई इंटरनेशनल टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया। उन्होंने देश के 2 बड़े फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान की अगुआई की।
मरडेका कप में लगाई थी हैट्रिक
भौमिक का जन्म 2 अक्टूबर 1950 को हुआ था. 20 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया था. 30 जुलाई 1970 को मरडेका कप में फारमोसा के खिलाफ अपना पहला मैच खेला. उन्होंने भारत के लिए 24 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जिसमें उन्होंने 9 गोल किए. 1971 के मरडेका कप में उन्होंने फिलिपींस के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी. इस मैच में भारत को 5-1 से जीत मिली थी. भौमिक के जाने से फैंस में काफी निराश है जिन्होंने सोशल मीडिया पर अपना दुख जताया.
घरेलू स्तर पर हासिल की बड़ी कामयाबी
1968 में उन्होंने राजस्थान क्लब के साथ प्रोफेशनल करियर की शुरुआत की. उन्होंने कोलकाता फुटबॉल लीग में अपने पहले ही सीजन में सात गोल दागे थे. घरेलू स्तर पर भौमिक ने बंगाल के लिए संतोष ट्रॉफी में 5 बार हिस्सा लिया. इनमें से 4 बार अपनी कप्तानी में टीम को चैंपियन बनाया और 24 गोल किए. वहीं ईस्ट बंगाल के लिए खेलते हुए उन्होंने 82 गोल किए और अपनी टीम को 3 बार कलकत्ता फुटबॉल लीग का खिताब जिताया था वहीं उन्होंने 3 बार अपने इस क्लब को (AIFF) शील्ड का खिताब भी जिताया.

भौमिक ने एक कोच के तौर पर भी कामयाबी हासिल की. साल 2003 में उनके कोच रहते हुए ईस्ट बंगाल को जर्काता में होने वाले एलजी एशियन क्लब कप का खिताब जिताया था. उन्होंने ईस्ट बंगाल को 2002-2004 के बीच काठमांडु में हुए नेशनल फुबॉल लीग का खिताब जिताया इसके अलावा क्लब उनके कोच रहते 2002 में (AIFF) शील्ड कप जीता था. वहीं इसी साल टीम ने डुंरड कप भी जीता. उन्होंने टेक्निकल डायरेक्टर के तौर पर भी काम किया. आईलीग के क्लब चर्चिल ब्रदर्स ने जब साल 2012-2013 में खिताब जीता तब भौमिक उस टीम का हिस्सा थे. उन्होंने मोहन बागान को साल 1992 में सिक्किम गोल्ड कप जीतने में भी मदद की. वहीं साल 2017 में उन्हें ईस्ट बंगाल लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से नवाजा गया.