कंकरखेड़ा स्थित राजकीय रेशम कीटाण्ड उत्पादन बीजागार का निरीक्षण करने पहुंचे राज्यमंत्री चौ. उदयभान सिंह का पंयायती राज प्रकोष्ठ के सहय संयोजक सुरेंद्र पाल सिंह तेवतिया, सहायक निदेशक रेशम विभाग जीपी अनुरागी समेत अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों ने स्वागत किया। मंत्री ने कोल्ड स्टोरेज, शौचालय, कार्यालय कक्ष, बागवानी आदि जगह का निरीक्षण किया।
वन महोत्सव के अंतर्गत शहतूत का पौधा भी रोपित किया। मंत्री ने अधिकारियों से रेशम फार्म की दीवार विवाद के संबंध में कहा कि वह कोर्ट में अपना पक्ष मजबूती से रखे। प्रकरण सुलझने के बाद उन्हें अवगत कराएं। मंत्री ने अफसरों से पूछा कि सरकार के उद्देश्यों को पूरा करने में कितना सफल हुए हैं। मेरठ में कितने रूपयों का रेशम उत्पादन हुआ और कितना फैक्ट्रियों में पहुंचा है।
साथ ही किसानों, भूमिहीनों व घ्ज्ञर पर व्यावसाय आदि करने वाली महिलाओं को रेशम उद्योग से जोड़े। रेशम विभाग किसानों व अन्य लोगों के लिए घर का व्यापार बने, इस पर मंथन करना जरूरी है। पश्चिमी बंगाल से रेशम यूपी में आ रहा है, मगर योगी सरकार की रेशम में यूपी को आत्मनिर्भर बनाना मंशा है।