मेरठ में चोरी के वाहनों का कटान रोकने के लिए पुलिस ने सोतीगंज में दुकानों के बाहर कैमरे लगाए थे। साथ ही दुकानों में एक रजिस्टर भी रखा था। इसके बाद से कटान में कमी आई थी, लेकिन कबाड़ियों ने पुलिस के साथ अपने कैमरे भी लगा लिए। दिन में कैमरों को बंद रखा जाता है और रात में चालू कर दिया जाता है, ताकि रात में पुलिस की दबिश हो तो पहले ही पता चल जाए।सोतीगंज चोरी के वाहन काटने का पाने के लिए पूरे देश भर में जाना जाता है। इस पर शिकंजा कसने के लिए एसएसपी अजय साहनी ने बाजार में करीब 200 कैमरे लगवाए थे। साथ ही हर दुकान में एक रजिस्टर भी रखवाया था, जिसकी नियमित जांच के आदेश दिए गए थे। कबाड़ियों ने पुलिस को सहयोग करने की बात कही थी, लेकिन इसी बीच उन्होंने जगह-जगह अपने भी कैमरे लगवा लिए। इसके बाद ना तो पुलिस ने अपने कैमरे नियमित रूप से चेक किए और ना ही कबाड़ियों के कैमरे को हटवाया। इसी लापरवाही का फायदा कबाड़ी उठाते हैं।