राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिवसीय अयोध्या दौरे पर हैं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर में विपक्ष के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एक दिवसीय अयोध्या दौरे पर हैं। उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर में विपक्ष के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है। किसी भी अप्रिय घटना की आशंका के चलते विपक्षी नेताओं के घरों के बाहर पुलिस का सख्त पहरा है। डॉ. गनी, मनीष पांडेय, व्यापारी नेता नंद कुमार गुप्ता उर्फ नंदू को हाउस अरेस्ट किया गया है। वहीं, गांधी पार्क व तिकोनिया पार्क में भारतीय किसान यूनियन के चल रहे धरने पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है।
प्रेसीडेंसियल ट्रेन सुबह साढ़े 11 बजे अयोध्या स्टेशन पहुंची। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर अयोध्या धाम को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। सभी एंट्री प्वाइंट पर बैरियर लगा दिए गए हैं। अब स्थानीय लोगों को भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। वहीं दोपहर बाद रेलवे स्टेशन को छावनी में तब्दील कर दिया गया। राष्ट्रपति की सुरक्षा में ड्रोन कैमरे के साथ पैरामिलिट्री, कमांडो, एटीएस के दस्ते ने मोर्चा संभाला है। पूरी रामनगरी में सीसीटीवी कैमरे का जाल बिछा दिया गया है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रामकथा पार्क में दीप जलाकर रामायण कांक्लेव का शुभारंभ किया। राष्ट्रपति ने कहा कि रामायण में जीवन के उन मूल्यों को समाहित किया गया है जो कि मानवता के लिए जरूरी हैं। रामायण दर्शन के अलावा एक ऐसा ग्रंथ है जो कि हमारे जीवन के हर हिस्से हिस्से के लिए संदेश देती है। उन्होंने रामायण की चौपाई सिया राममय सब जग जानी, करउ प्रणाम जोर जुग पानी सुनाते हुए कहा कि संपूर्ण जगत के कण-कण में श्रीराम विद्यमान हैं। हमें हर किसी में सियाराम की प्रतिमूर्ति देखनी चाहिए। भगवान श्रीराम हर किसी में हैं और सभी के हैं।उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राष्ट्रपति का अयोध्या आगमन हम सबके लिए सौभाग्य की बात है। पांच शताब्दी के एक लंबे इंतजार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अनुकंपा से पांच अगस्त 2020 को श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। उन्होंने प्रभु राम का वंदन करते हुए कहा कि राम जन-जन के हैं। वह व्यापक आस्था के प्रतीक हैं। अगर किसी भी नाम के आगे सर्वाधिक शब्द का प्रयोग हुआ है तो वह भगवान राम का नाम है।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति के नाम का भी जिक्र किया। बोले-राष्ट्रपति के नाम के आगे भी श्रीराम का नाम जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रदर्शित करता है कि करोड़ों लोगों की सांस व रोम-रोम में राम बसे हैं। राम के प्रति सनातन आस्था संतों व संघ परिवार के मार्गदर्शन के फलस्वरूप पांच अगस्त 2020 को वह समय आया था जब पीएम नरेंद्र मोदी ने राममंदिर निर्माण का कार्यारंभ किया था।
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