हमें वायरस के हर वैरिएंट पर नजर रखनी होगी। संक्रमण को रोकने के लिए हमें माइक्रो लेवल पर और सख्त कदम उठाने होंगे। ये बहरुपिया है, बार-बार रंग रूप बदल देता है। म्यूटेशन के बाद ये कितना परेशान करने वाला होगा। इस पर एक्सपर्ट स्टडी कर रही है। प्रिवेंशन और ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है। इस पर ही हमें अपना पूरा फोकस रखना है। वायरस का प्रहार दो गज की दूरी, मास्क और वैक्सीनेशन के कवरेज के आगे फीका पड़ जाएगा।
हेमंत बिस्वसर्मा बता रहे थे कि उन्होंने 6 हजार से ज्यादा माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाए, इससे जिम्मेदारी तय होती है। माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर जितना जोर लगाएंगे, हम इस परिस्थिति से जल्द बाहर आएंगे। पिछले डेढ़ साल में जो अनुभव मिले हैं, उनका इस्तेमाल करना होगा। राज्यों और जिलों में इनोवेशन किए गए हैं।
एक्सपर्ट बार-बार चेतावनी दे रहे हैं कि असावधानी, लापरवाही, भीड़भाड़ से कोरोना संक्रमण में भारी उछाल आ सकता है। जरूरी है कि हर स्तर पर हर कदम गंभीरता से उठाए जाएं। अधिक भीड़ वाले जो कार्यक्रम रुक सकते हैं, उन्हें रोकना चाहिए। केंद्र के सबको वैक्सीन-मुफ्त वैक्सीन की उतनी ही अहमियत है। तीसरी लहर के लिए वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को तेज करना है। सेलेब्रिटी, धर्म, शिक्षा और हर क्षेत्र से जुड़े लोग वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता लाएं।
हमें टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार करते हुए आगे चलना है। कैबिनेट ने 23 हजार करोड़ रुपए का नया पैकेज दिया है। नॉर्थईस्ट के हर राज्य को इस पैकेज से अपने हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में मदद मिलेगी। जहां केस बढ़ रहे हैं, वहा ICU बेड बढ़ाने में मदद मिलेगी, ऑक्सीजन पर काम करना होगा।
देशभर में ऑक्सीजन प्लांट लगाए जा रहे हैं। नॉर्थईस्ट के लिए 150 प्लांट स्वीकृत हुए हैं। ये जल्द पूरे हों और बाधा न आए। स्किल्ड मैनपावर को भी तैयार कर लीजिए। भौगोलिक स्थिति को देखते हुए अस्थाई अस्पताल बनान भी बहुत जरूरी है।
ट्रेंड मैनपावर की जरूरत है। ICU बेड, ऑक्सीजन बेड, नए अस्पतालों के लिए ट्रेंड मैनपावर जरूरी है। इससे जुड़ी हर मदद केंद्र सरकार देगी। पूरे देश में 20 लाख से अधिक टेस्ट रोजाना करने की क्षमता हासिल कर चुके हैं। नॉर्थ ईस्ट के हर जिलों में टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाना होगा। रैंडम टेस्टिंग के साथ एग्रेसिव टेस्टिंग करनी होगी।
आईएमए की चेतावनी: धार्मिक यात्राएं, लापरवाही नहीं रुकी तो तीसरी लहर होगी घातक
आईएमए की चेतावनी: धार्मिक यात्राएं, लापरवाही नहीं रुकी तो तीसरी लहर होगी घातक
देश के डॉक्टरों की शीर्ष संस्था, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने भी चेतावनी भरे लहजे में कहा कि था कि बहुत मुश्किल से देश कोरोना महामारी की घातक दूसरी लहर से उबर पाया है, ऐसे में हमें ‘लापरवाह’ नहीं होना चाहिए। IMA ने कहा कि ‘दुनिया के अन्य देशों और किसी भी महामारी का इतिहास उठाकर देख लें, तीसरी लहर को टाला नहीं जा सका है और दूसरी के बाद इसके आने का अंतराल भी बहुत लंबा नहीं रहा। इसके बाद जब हमें सावधानी बरतनी चाहिए, तब लोग बेफिक्र होकर घूमने के लिए पहाड़ों का रुख कर रहे हैं, यह दुखद है।
डॉक्टरों ने इस पर चिंता जाहिर करते हुए एक पत्र जारी किया है जिसमें साफ चेताया है कि अगर लोगों ने घुमक्कड़ी, तीर्थ और यात्राओं पर लगाम नहीं कसी तो कोरोना की तीसरी लहर भयावह होगी। आईएमए ने कहा, जिस तरह आयोजनों को छूट दी गई है और लोगों को टीकाकरण के बिना भी बेरोकटोक बड़ी संख्या में इकट्ठे होने दिया जा रहा है। यह असल में तीसरी लहर को गति देगा। पर्यटन स्थलों पर जुटी लोगों की भीड़ में कोरोना नियमों का पालन असंभव होता दिख रहा है। यही लोग संक्रमण को पैर पसारने में मदद करेंगे और तीसरी लहर को रफ्तार देेंगे। आईएमए ने राज्यों से स्थिति की गंभीरता को समझते हुए भीड़ जुटने से रोकने की अपील की है।