डेल्टा प्लस से संक्रमित दो मरीज उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और देवरिया में मिले है। जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। वहीं, करीब 174 जिलो में सार्स-सीओवी2’ के लक्षण मिले हैं। जिसके बाद से खतरा कई गुना बढ़ता दिख रहा है। अगर वृृद्धि दर यही रही तो 174 जिलों में फिर से लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है।
देश अभी भी कोरोना की दूसरी लहर से लड़ रहा है। वहीं, लॉकडाउन में ढील से लोग मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे सामान्य नियमों का पालन नहीं कर रहे है। जिसके चलते संभावित तीसरी लहर को मजबूती मिल सकती है। जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और देवरिया में कोरोना डेल्टा प्लस वेरियंट किे दो मरीज मिले है। जिसके बाद से हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, करीब 174 जिले ऐसे हैं जहां ‘सार्स-सीओवी2’ (कोरोना वायरस) के ‘चिंताजनक प्रकार’ (वीओसी) पाए गए हैं। इस खतरे को देखते हुए 174 जिलो में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कि ओर से बताया गया है कि महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात में वीओसी के सर्वाधिक मामले सामने आए हैं। जहां ‘सार्स-सीओवी2’ मिला है। जानकारी हो कि भारतीय सार्स-सीओवी2 जिनोमिकी संघ (आईएनएसएसीओजी) द्वारा अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा सीओवी का पता लगाया गया है।
डेल्टा प्लस के नाम से जाना जाने वाला वायरस का प्रकार बी.1.617.2.1 (एवाई.1) अतिरिक्त उत्परिवर्तन वाला प्रकार है। यह पहली बार महाराष्ट्र में सामने आया था और राज्य के कई जिलों में इसके मामलों में अप्रत्याशित वृद्धि देखी गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब यह भारत के कई राज्यों में पाया गया है।
क्या हम तीसरी लहर से लड़ने को तैयार हैं?
विशेषज्ञों ने पहले ही चेता दिया है कि कोरोना की तीसरी लहर कई गुना खतरनाक है। जिससे लड़पाना मुश्किल होगा। विशेषज्ञों की माने तो इससे वही लोग बच सकेंगे जो वैक्सीनेटिड होंगे। अर्थात जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ली हुई होंगी। कोरोना की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए वैक्सीनेशन को कई गुना बढ़ा दिया है। कई करोड़ लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगवा सकते हैं।